拉克什米夜之魂

拉克什米夜之魂

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23 साल की खुशी में छुपा है रोशन?

When Light Meets Skin: A Photographer's Meditation on Youth, Beauty, and the Glimmer of 23

अरे भाई! 23 साल की उम्र बिना मेकअप के साथ… क्या ये ‘कल्चरल फिल्टर’ है? 🤔

जब मैंने पहली बार देखा — सूरज की किरण पे होकर स्किन पे ‘गोल्ड’ बहती है… मगर ‘सफ़ाई’ कहाँ? 🤷‍♀️

ये ‘ब्यूटी’ का प्रोजेक्ट? नहीं। ये ‘खुद को पहचने’ का प्रोजेक्ट है। 23 साल? सिर्फ़ एक समय-स्टैम्प। आँखें में हुआ—कि ‘असली’ होना… और ‘एडजस्टमेंट’? ओये! बस! 😌

तुमने कभी खुद को ‘सिलेंट’ में देखा? कमेंट में #माइक्रोप्लैन_टाइमस्टैम्प

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2025-10-10 02:01:16
अंधेरे में खूबसूरत हो जाती है!

The Art of Vulnerability: A Photographer's Perspective on Mandy's Intimate Portrait Session

इस फोटो सेशन में क्या हुआ? मैंने सोचा था कि ‘वलप्टुअस एंजिल’ का मतलब है… पर असल में तो Mandy की साँसें पर पड़ रही थी! 🤭

कम्पनी ने कहा - ‘ये है boudoir session’? नहीं भाई…ये तो आत्मा की साँस है।

एक्सपोजर के पास सिर्फ 1/125th sec का समय…और मुझे पता चला — ख़ुशहाल सबकुछ है।

अगर ‘शैडो’ कभी ‘दिखाए’…तो ‘खुद’ कभी ‘छिपाए’?

#मेरी_मिक_घट_वक_प्रश्न : आपका ‘इम्मेडिएट’ पलटन कब-हुआ? 😌📸

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2025-10-27 05:41:57
चुप्पी में विद्रोह: टैटू का जादू

A Quiet Rebellion: How One Model’s Tattoo Became a Statement of Self in the Digital Age

चुप्पी में बवंडर

कोई भी स्टाइलिश पोज़ नहीं… सिर्फ एक हाथ का स्पर्श।

Qili Jiala के टैटू को देखकर मेरे मन में सवाल उठा: ‘ये कब हुआ?’ असल में? सिर्फ ‘मैं हूँ’ कहने के लिए।

सोशल मीडिया vs सच्चाई

इंस्टाग्राम पर हर पोज़ का ‘लाइक’ होता है… पर कभी-कभी ‘चुप’ होना ही सबसे प्रभावशाली पोस्ट होता है।

#मेरामुखगुण

एक बदलता-फिरता-अदल-बदलता ‘मॉडल’? नहीं… बस एक महिला, जिसने अपने पेशेवर कहने में अधिक समय दिया।

और हाँ — आपके प्रथम ‘मुझमें_खुश’ कब हुआ? कमेंट में चुप्पी (वगैरह) 💬

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2025-09-09 23:44:05
सिल्क के बिना फ्लैश?

The Quiet Beauty of Fullness: A Soulful Photographic Journey in Red Silk and Black Silk Stockings

अरे भाई! ये तो सिर्फ़ एक फोटो नहीं… ये तो माँ की कविता है जो हवा में सुलगती है।

रेड सिल्क पर काला स्टॉकिंग? हाँ… पर कमला सबकी ‘वायरल’ होने की कोशिश में?

मेरी माँ ने कहा: ‘ब्रह्मण में प्रकाश है…फ्लैश में नहीं।’

जब मैंने कैमरा ON किया…तो पता चला—ये ‘देखने’ की सुकून है।

एक पल…एक साँस…एक सच्चाई।

आपने कभी ‘अपनी’ पड़ति में ‘अपने’ प्रकाश को ‘देखा’?

#मय_मुख_समय #इस_सुख_पल_पर

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2025-10-29 01:49:30

Persönliche Vorstellung

दिल्ली के रात के धुंधले रंगों में छिपी हर सुंदरता को खोजने वाली, सौंदर्य की एक नई परिभाषा। बस एक पल में, हर स्थिति में - सच्चाई। #मध्ययुगीन_सुंदरता #अपने_आप_को_छूएँ